रुद्राक्ष की उत्पत्ति, महत्व और धारण विधि-सम्पूर्ण जानकारी
रुद्राक्ष की उत्पत्ति, महत्व और धारण विधि – सम्पूर्ण जनकारी रुद्राक्ष भगवान शिव का पवित्र बीज माना जाता है। हिंदू धर्म में इसे शक्ति, सुरक्षा और अध्यात्म का प्रतीक समझा जाता है। इसकी उत्पत्ति और महत्व का वर्णन कई पुराणों में मिलता है। रुद्राक्ष की उत्पत्ति कैसे हुई? पुराणों के अनुसार जब भगवान कलाग्नि रुद्र ने त्रिपुरासुर नामक दैत्य का नाश करने के लिए हजारों वर्षों तक अपनी आँखें बंद रखीं, तब उनकी आँखों से गिरी आँसुओं की बूंदें पृथ्वी पर गिरकर रुद्राक्ष वृक्ष में परिवर्तित हो गईं। इन्हीं वृक्षों के फल से रुद्राक्ष की प्राप्ति होती है। रुद्राक्ष की उत्पत्ति, रुद्राक्ष कैसे बना, रुद्राक्ष का इतिहास रुद्राक्ष धारण करने का महत्व रुद्राक्ष धारण करना आध्यात्मिक, मानसिक और ऊर्जात्मक रूप से शुभ माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार: पापों का क्षय होता है पुण्य की वृद्धि होती है मन शांत और स्थिर होता है ध्यान और जप का फल बढ़ता है रुद्राक्ष मात्र दर्शन से भी सौ गुना पुण्य मिलता है, और जप करने से अनंत गुना फल कहा गया है। रुद्राक्ष का महत्व, रुद्राक्ष पहनने के फायदे, रुद्राक्ष के ...